गन्ने में टॉप बोरर सिर्फ 24 घंटे में खत्म हो जाएगा, जाने कैसे?

गन्ने में टॉप बोरर सिर्फ 24 घंटे में खत्म हो जाएगा, जाने कैसे? 

caneup.in| Cane up.in login| caneup | e-ganna parchi | cane up| sugarcane parchi |  गन्ने में टॉप बोरर मात्र 24 घंटे में होगा खत्म जाने कैसे यदि आप जानना चाहते हैं कि गन्ने की फसल में चोटी वेधक (टॉप बोरर) को कैसे खत्म किया जाए तो आज की हमारी पोस्ट में आपको इस विषय से संबंधित सभी जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान की गई हैं तो चलिए इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं कि गन्ने में टॉप बोरर को कैसे खत्म किया जाए

गन्ने का प्रमुख रोग कौन सा है? 

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना e-ganna parchi calendar  किसानों के सामने पहले से ही समस्याओं का अंबार रहा है और अब गन्ने की फसल में लगे चोटी बेदक (टॉप बोरर) कीट से बहुत परेशान हैं गन्ने की फसल में यह बहुत तेजी से फैल रहा है किसानों की आम भाषा में इसे सुंडी कहते हैं लेकिन कृषि अधिकारी और वैज्ञानिक भाषा में इसे चोटी बेदक यानी टॉप बोरर कहते हैं

इस कीट का प्रकोप 0238 वैरायटी के गन्ने में अधिक हो रहा है और जिले में 95 परसेंट से अधिक फसल इसी वैरायटी के गन्ने की है गन्ने के इस प्रमुख कीट का प्रकोप पंजाब और हरियाणा की अपेक्षा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ज्यादा है इस कीट से हो रहे नुकसान को देखते हुए उत्तर प्रदेश के गन्ना विभाग और गन्ना शोध परिषद ने किसानों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है

टॉप बोरर की पहचान क्या होती है 

कृषि विज्ञान अधिकारी ने बताया कि टॉप बोरर एक सुंडी कीड़ा है इस रोग से प्रभावित गन्ने की फसल की पत्तियों पर चित्र की तरह कुछ बना हुआ दिखाई देता है जो गन्ने के पौधों की पत्ती के बीच के तने में प्रवेश करता है गन्ने के ऊपरी भाग की कोमल पत्तियों को लपेटकर यह कीड़ा अंदर छेद बनाकर तने में घुस जाता है और उन स्थान से ऊपर से नीचे की ओर सुरंग बनाने का काम करता है इससे प्रभावित पौधों का विकास रुक जाता है प्रभावित पौधों की अंतिम अवस्था में गन्ने का बड़वार भी रुक जाता है इस कीट का जीवन चक्र एक साल में 5 से 6 बार हो सकता है

आप बोरर का इलाज कैसे करते हैं? 

Top Boror कृषि विभाग अधिकारी ने बताया कि कीट से बचाव के लिए किसान भाई जून माह के दूसरे व तीसरे सप्ताह में कार्बो पैरान नामक कीटनाशक रसायन का प्रयोग करें इस रसायन को प्रति एकड़ 12 से 14 किलोग्राम तक का छिड़काव करें एवं इस बीमारी की रोकथाम के लिए कोरोजन दवा का छिड़काव सबसे बेहतर होता है इसके अलावा फर्टेरा का भी उपयोग किया जा सकता है

 

लेकिन फर्टेरा का उपयोग करने के लिए खेत में कम से कम 45 दिनों तक नमी होनी चाहिए और याद रहे कि दवा का छिड़काव सुबह या शाम के वक्त में जड़ों के नजदीक करें खेत में दवा का उपयोग करने के बाद अगले 24 घंटों के अंदर खेत की सिंचाई कर देनी चाहिए जिससे कि दवा जड़ों तक पहुंच कर पूरे पौधे में पहुंच जाए

e-ganna app यूपी सरकार के द्वारा किसानों के लिए विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाता है जिसके लिए सरकार ने यूपी एग्रीकल्चर पोर्टल शुरू किया है जहां पर आप राज्य में चल रही सभी योजनाओं की लिस्ट ऑनलाइन चेक कर सकते हैं यदि आप चोटी वेदक(टॉप बोरर) या खेती से संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दिए गए लिंक पर क्लिक करके सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं

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Q. असली कोराजन की पहचान कैसे करें 

Ans. असली कोराजन की पहचान Coragen की डिब्बी में पैकिंग हुई झिल्ली क्योंकि आरिजिनल कोराजन में झिल्ली पूरी डिब्बी को कवर करता है और डुप्लीकेट कोराजन में ढक्कन के ऊपरी भाग में झिल्ली को फाड़ने का जगह मिल जाता है तो इससे हम पहचान सकते हैं

Q. कोराजन कब डालना चाहिए

Ans. गन्ना बुवाई के तीन माह बाद मई में डालना चाहिए  

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