गन्ने में अधिक फुटाव,मोटाई और लम्बाई के लिए क्या करें

गन्ने में अधिक फुटाव,मोटाई और लम्बाई के लिए क्या करें

गन्ने में अधिक फुटाव,मोटाई भारत में गन्ने की खेती कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है हमारे देश में गन्ना एक महत्वपूर्ण वाणिज्य फसलों में से एक है दुनिया में दूसरे स्थान पर चीनी का सबसे ज्यादा उत्पादन भारत में होता है और चीनी का मुख्य स्त्रोत गन्ना है गन्ने के डंठल की मोटाई उपज और प्राप्त चीन की गुणवत्ता को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है

आज हम आपको बताएंगे किसान अपने गन्ने की मोटाई को कैसे 3 इंच से 4 इंच तक बढ़ा सकते हैं गन्ने में मोटाई और लंबाई ना आए तो यह किसानों के लिए घाटे का सौदा बन जाता है आज हम आपको बताएंगे कि गन्ने की मोटाई और लंबाई के लिए कौन-कौन सी करना चाहि

गन्ने की अधिक मोटाई और लम्बाई के लिए क्या करें
                                                   गन्ने की अधिक मोटाई और लम्बाई के लिए क्या करें

 

किसान गन्ने की मोटाई को कैसे बढ़ाएं यदि आप यह जानना चाहते हैं कि गन्ने में बेहतर मोटाई और लंबाई के लिए क्या करें तो आज कि हमारी पोस्ट में आपको इस विषय से संबंधित सभी जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान की गई हैं तो चलिए इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं कि गन्ना की फसल में बेहतर मोटाई और लंबाई मैं अत्यधिक उत्पादन कैसे कर सकते हैं

गन्ने के बीज का चयन करना  

गन्ना बुवाई से पहले अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों का चयन कर लेना चाहिए अच्छी गुणवत्ता वाले बीज स्वच्छ और स्वस्थ बीज होते हैं अच्छे बीज से फसल की मात्रा भी बढ़ जाती है बुवाई से पहले बीजों को उपयुक्त फफूंदनासको से उपचारिता करने से बीमारियों से बचाव होता है अच्छे बीजों को पानी में डाल दें तो वह पानी में बैठ जाते हैं पानी पर तैरने वाले भी खोखले और छतिग्रस्त होते हैं

गन्ने की मोटाई के लिए क्या डालें? 

गन्ना मोटा करने के लिए क्या डालें?( What to add to thicken sugarcane?) किसानों के अनुसार, कोराजन गन्ने की खेती के लिये एक बेहतरीन कीटनाशक है. इसके उपयोग से न केवल गन्ने की फसल अच्छी होती है, बल्कि गन्ना लंबा और मोटा भी पैदा होता है. इसलिए इन दिनों किसान गन्ने की फसल के लिये कोराजन का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं.

गन्ने की मोटाई और लंबाई कैसे बढ़ाएं 

गन्ने की खेती करने वाले अधिकतर किसान गन्ने की मोटाई और लंबाई को बढ़ाने के लिए कई तरह की खाद और उर्वरकों का उपयोग करते हैं। भारत में गन्ने की खेती कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है किसानों के अनुसार कोराजन गन्ने की खेती के लिए एक बेहतरीन कीटनाशक है इसके उपयोग से ना केवल गन्ने की फसल होती है बल्कि गन्ना मोटा और लंबा ही पैदा होता है इन दिनों किसान गन्ने की फसल के लिए के कोराजन का जमकर उपयोग कर रहे हैं

उत्तरप्रदेश में गन्ने की फसल को लेकर एक चौंकाने वाली बात सामने आ रही है और बहुत से किसानों को यह मानना भी है कि गन्ने की उपज को बढ़ाने के लिए शराब और डिटर्जेंट का उपयोग करने से गन्ने की फसल अच्छी होती है लेकिन कृषि विशेषज्ञ के अंतर्गत इन तथ्यों का कोई वैज्ञानिक रिकॉर्ड नहीं है किसानों का मानना है कि शराब और डिटर्जेंट का गन्ने की फसल पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और इससे फसल में कीट भी नहीं लगता एवं उपज में वृद्धि उत्पन्न होती है तथा महंगे कीटनाशकों की बजाए किसान यूरिया में ऑक्सीटॉसिन मिलाकर उसका इस्तेमाल कर रहे हैं

गन्ने की मोटाई को समझना 

गन्ने की डंठल की मोटाई मुख्य रूप से अनुवांशिक कारको , पर्यावरणीय परिस्थितियों और कृषि उत्पादकों द्वारा निर्धारित होती है क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में सुक्रोज होता है जिसे संकरण के दौरान बेहतर चीनी का उत्पादन होता है

गन्ने की रोपण की तकनीक 

गन्ने की खेत की जुताई और समतलीकरण सहित भूमि की पूरी गन्ने की वृद्धि के लिए अनुकूल मात्रा में सुनिश्चित करती है गन्ने की डलिया सेट को सही कह रहा है और दूरी पर लगाएं किसानों का मानना है कि डंठल लगभग 2 से 3 इंच गहरे और 12 से 18 इंच दूरी पर लगाए जाते हैं यदि आप उचित रोपण तकनीकी को अपनाना चाहते हैं जैसे ट्रेंच विधि या सेट प्लाटिंग किस्म की खेती कर रहे हैं तो उसके लिए आपको अनुसूचित रोपड़ तकनीक का पालन करें

गन्ने में रोग और कीट प्रबंधन 

किसान गन्ने के रोग व कीट के संक्रमण के किसी भी लक्षण के लिए नियमित रूप से अपनी फसल की निगरानी करें कीट और बीमारियों को नियंत्रण करने के लिए उपयुक्त उपाय करें जैसे कि उपयुक्त कीटनाशक या कवकनाशी का प्रयोग करें रसायन उपयोग को कम करने के लिए एकीकृत कीट प्रबंधन का पालन करें उचित समय पर कीटनाशकों और रोग प्रबंधन रणनीतियों का समय पर उपयोग करके गन्ने को कीट और बीमारियों से बचाता है

किसान गन्ने की मोटाई को कैसे बढ़ाएं FAQs..

गन्ने को मोटा करने के लिए क्या करें? 

किसान अपने खेत में जैविक खाद का उपयोग करें. इसके साथ ही गोबर को सड़ाकर उसे अंतिम जुताई से पहले खेतों में डालें. बुवाई करते समय दो बीजों के बीच दूरी बनाएं. गन्ने के बीज को ज्यादा बुवाई करें,

 सागरिका का उपयोग कैसे किया जाता है? 

सागरिका का उपयोग सुबह के समय छिड़काव करें जब ओस की बुंदे न हों। उपयोग की मात्रा: फसल की अवस्था के अनुसार 250 मिलीलीटर सागरिका प्रति एकड़ वा 2.5 – 5.0 मिलीलीटर सागरिका एक लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।

गन्ने की मोटाई और लंबाई कैसे बढ़ाएं? 

गन्ने की फसल पर जिबरेलिन का छिड़काव करने से तने की लंबाई बढ़ जाती है, जिससे उपज 20 टन प्रति एकड़ तक बढ़ जाती है।

गन्ने के लिए कौन सी खाद सबसे अच्छी है? 

अब अगर बात करे तो उत्तर भारत में गन्ने के सर्वोत्तम उत्पादन के लिए औसतन प्रति एकड़ पोषक तत्वों की अनुशंसा 80 किग्रा नाइट्रोजन, 35 किग्रा फास्फोरस,30 किग्रा पोटैसियम एवं 30 किग्रा कैल्शियम, 15 किग्रा सल्फर और 10 किग्रा. जिंक सल्फेट की सिफारिश की गयी है।

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